…इसका कारण जान लीजिए 👇🏻
BJP- RSS का इतिहास कुंठा, घृणा, नफरत और कायरता का है। इसलिए ये लोग देश के महानायकों का हमेशा अपमान करते रहे हैं। ये लोग अपना इतिहास नहीं बना पाए इसलिए दूसरों का इतिहास मिटाना चाहते हैं। यही कारण है कि ये लोग गांधी, नेहरू और आंबेडकर जैसे महापुरुषों का अपमान करते हैं।
➡️1925 में बना RSS आज लगभग 100 साल का हो गया है। मगर इन 100 सालों में RSS ने एक भी महापुरूष ऐसा पैदा नहीं किया, जिसकी वजह से देश और दुनिया को कुछ मिला हो। RSS 100 साल से बौद्धिक कर रहा है, मगर इन 100 सालों में एक भी ऐसा बुद्धिजीवी नहीं पैदा कर पाया, जिसे RSS से बाहर के लोग जानते हो।
➡️BJP- RSS आंबेडकर से घृणा करता है, क्योंकि आंबेडकर जैसा बुद्धिमान व्यक्ति RSS को जहरीला पेड़ कहते थे। वो हमेशा कहते थे कि अगर भारत के भविष्य को बचाना है तो सबसे पहले संघ के जहरीले विचार को खत्म करना होगा।
➡️ BJP- RSS आंबेडकर से घृणा करता है, क्योंकि दलित आंबेडकर के पास दुनिया भर के कई नामी-गिरामी विश्वविद्यालयों की डिग्री थी। उनकी कानून और अर्थशास्त्र पर विद्वता को पूरी दुनिया सलाम करती थी। एक दलित के बेटे को इतना सम्मान RSS- BJP कभी पचा नहीं पायी।
➡️BJP- RSS आंबेडकर से घृणा करता है, क्योंकि आंबेडकर देश के दलितों, आदिवासियों, महिलाओं और मजदूरों को अधिकार और समानता देने की लड़ाई लड़ते थे। आबंडेकर जी देश के सभी नागरिकों के लिए समान नियम-कानून की बात करते थे। जबकि RSS की मनुस्मृति में दलितों और महिलाओं को इंसान नहीं बल्कि गुलाम माना जाता है।
➡️BJP- RSS गांधी से घृणा करता है, क्योंकि गांधी की सत्य और अहिंसा इनके नफरत की राजनीति को ध्वस्त कर देता है। गांधी की सोच और साहस को पूरी दुनिया सलाम करती थी। एक संघी नाथूराम द्वारा गांधी की हत्या करने के बाद भी आज गांधी देश में सबसे लोकप्रिय हैं, ये बात BJP- RSS को खटकती है।
➡️BJP- RSS नेहरू से घृणा करता है, क्योंकि नेहरू की विद्वता, उनकी दूरदर्शिता, उनका नेतृत्व, उनकी पर्सनैलिटी अनोखी थी। 11 साल अंग्रेजों की जेलों में काट दिया, मगर कभी झुके नहीं। नेहरू एक शानदार लेखक,नेता और दार्शनिक थे। नेहरू जितना भारत में पॉपुलर थे, उससे ज्यादा विदेशों में। ये बात BJP और RSS को आजतक हजम नहीं होती।
➡️इसके विपरीत RSS का इतिहास घृणा, बेइज्जती, नफरत और कायरता से भरा है। RSS के इतिहास में सावरकर का माफीनामा है, भारत माता को दो टुकड़ों में बांटने की साजिश है, भारत की आजादी के आंदोलन का विरोध है, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या का कलंक है।
गांधी, नेहरू, आंबेडकर और कांग्रेस का इतिहास त्याग, वीरता और साहस के सूरज जैसा चमक रहा है। जबकि RSS- BJP का इतिहास कुंठा और कमतरी के अहसास से जुगनू जैसा टिमटिमा रहा है। ऐसे में RSS- BJP के पास देश के नायकों से घृणा करने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है।
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दैनिक जागृत भारत