दिन विशेषदेशमहाराष्ट्रमुख्यपानविचारपीठ

बटोगे तो कटोगे,?



की
हकीकत
👇
राजसत्ता के नुमाइंदों द्वारा एक नया नारा लाया गया है
👇
बटोगे तो कटोगे
यह
एक धार्मिक जुमला है।
शूद्रों को अपने पक्ष में एकत्रित करने का।
🦂
हिन्दू धर्म के ठेकेदारों द्वारा सदियों से हमें बाँट रखा है।
धर्म

वर्ण
!
जाति
!
गोत्र
!
अर्थात
मनुस्मृति-धर्मग्रन्थ द्वारा
मानव
को
ब्राम्हण
क्षत्रिय
वैश्य
शुद्र
।छूत———————–अछूत

                में
 *लगभग 6746 जातियों*    
          *लाखों गोत्रों*
                   में

तो सदियों से बाँट रखा है।
इस बटवारे में
वर्ण और जाति
के
आधार पर हमारे कर्म को भी बाँट रखा है।
जिसमें
👇
ब्राम्हण
का
कार्य
पढ़ना -पढ़ाना पूजा-पाठ करनाजगतगुरू,धर्मगुरु,राज गुरु कुलगुरू ,पंडित, आदि*
धर्मसत्ता
पर
शत प्रतिशत अधिकार
🦂
क्षत्रिय
का
कार्य
राजा बनना
अर्थात
राजसत्ता पर शत प्रतिशत अधिकार
🌹
वैश्य
👇
रोजी-रोजगार-व्यापार
पर
शत प्रतिशत अधिकार
🦂
शुद्र
का
कार्य
तीनों वर्णों की सेवा करना
🦂
शुद्र
में भी
बटवारा
छूत——-अछूत
का
🦂
छूत
में
पिछड़ा वर्ग
अछूत-
में
अनुसूचित जाति
अनुसूचित जन जाति
अतः

शुद्र में भी अछूत वर्ग के कुछ कार्य छूत की सेवा में करने पड़ते हैं

     *बटोगे तो कटोगे*
             को

तर्क की कसौटी पर कसना चाहिए।
सच
अब विश्लेषण तो करना पड़ेगा 🙏
बटोगे तो कटोगे
की
मुख्य आधार क्या है?
👇
मनुवादी विचारधारा
मनुवादी विचारधारा का मुख्य स्तम्भ क्या है
मनुवाद हिन्दू धर्म की वह आत्मा है जो सदियों से हमें
मानसिक
,सामाजिक
धार्मिक,
शैक्षिक
आर्थिक
राजनीतिक
और
व्यवहारिक
तौर पर गुलाम बनाये रखने का संहिता है।
👇
मनुस्मृति
सनातन धर्म का संविधान है
मनुस्मृति की रचना किसने की ?
मनु ने
अर्थात
मनु ने हमें
👉शुद्र की श्रेणी में रखा।
👉हमें नीचजात घोषित किया।
👉हमें अपने बराबर बैठने नहीं
देता।
👉हमारा छुआ खाना नहीं खाया जाता यह किसने बनाया।
👉हमें अपने कुएँ से पानी भरने नहीं देता।
👇
धर्म ग्रंथ
धर्म ग्रंथों में हमारे लिए क्या लिखा है?-
रामचरित मानस
में
तुलसीदास ने हमारे लिए क्या लिखा-
शुद्र गवार ढोल पशु नारी
सकल तारना के अधिकारी।
अर्थात
ढोल,गवार,शुद्र,पशु और नारी यह सब पीटने के पात्र हैं।. 👇
पूजहि विप्र शील गुण हीना
शुद्र न गुन ज्ञान प्रवीना।
अर्थात
ब्राम्हण कितना भी व्यभिचारी,दुराचारी,
भ्रष्टाचारी चरित्रहीन हो वह हमेशा पुजनीय है।
और
शुद्र कितना भी शीलवान,गुणवान,विद्वान, चरित्रवान,ज्ञानी हो तब भी वह पूजने योग्य नहीं है।
मानस उत्तरकांड100-5
👇
जे बरणाधम तेली कुम्हारा
स्वपच किरात कोल कलवारा।
अर्थात-
तेली,कुम्हार,स्वपच,
किरात,कोल,कलवार यह सब अधम और नीच होते हैं।
मानस उत्तर कांड130-
👇
अभीर जमन किरात खस
स्वपचादि अति अध रूप जे।
अर्थात
अहीर किरात यमन खस कोल यह सब पापी होते हैं।
मानस अयोध्या काण्ड 194/3
👇
में निषादराज से तुलसीदास कहलवाते है कि-
लोक वेद सब भाँतिही नीचा
जासु छाँह छुई लेइस सींचा।
अर्थात
जो निषाद लोक और वेद में सब तरह के नीच होते हैं और उनकी छाया के छू जाने मात्र से भी स्नान करना पड़ता है।
👇
मनु स्मृति
में हमारे लिए क्या लिखा-*
👉 शूद्रों को धन रखने का अधिकार नहीं है।
👉 शूद्रों को शिक्षा पाने का अधिकार नहीं है।
👉 शूद्रों को सम्मान पाने का अधिकार नहीं दिया।
👉 शुद्र,पशु,पक्षी,को अगर मार भी दो तो कोई पाप नहीं होता।
👇
गौतम धर्मसूत्र-2/3/4
में लिखा है कि-
यदि शुद्र किसी के पढ़ते हुए सुन ले तो उसके कानों में पिघला हुआ शीशा,रांगा,लाख डाल देना चाहिए।
यदि शुद्र वेदमंत्र का उच्चारण करे तो उसकी जीभ काट देनी चाहिए।
यदि शुद्र वेद मंत्र को याद कर ले तो उसका शरीर चिरवा देनी चाहिए।
🙏
शम्बूक ऋषि की हत्या
एकलव्य का अंगूठा किसने काटा-
बटोगे तो कटोगे की विचारधारा वालों ने।

🙏 मौर्य वंश के अन्तिम शासक बृहद्रथ मौर्य की हत्या किसने की ?
बटोगे तो कटोगे की विचारधारा वालों ने।*
🙏 हमारे बौद्ध विहारों, विश्वविद्यालयों,चैत्यों,शिलालेखों,बौद्ध धर्मग्रंथों को किसने तोड़ा,जलाया
बटोगे तो कटोगे विचारधारा वाले लोगों ने।
🙏 *बौद्ध भिक्षुओं,मौर्यों का नरसंहार किसने किया-?
*बटोगे तो कटोगे की विचारधारा वाले लोंगों ने ।*
🙏 *हमें छूत अछूत किसने बनाया?
*बटोगे तो कटोगे की विचारधारा वाले लोंगों ने।*
🙏 सती प्रथा में नारी को आग में कौन जलवाया?
बटोगे तो कटोगे की विचारधारा वाले लोंगों ने।
🙏 नारी शुद्धिकरण प्रथा में शादी के बाद समस्त शुद्र जाति के दुल्हनों को तीन दिन तक अपने घर ले जा कर बलात्कार करना,किसने किया।*
बटोगे तो कटोगे की—-
🙏 दास-दासी प्रथा में सामाजिक,आर्थिक शोषण कौन करता था -?
बटोगे तो कटोगे की विचारधारा वाले लोंगों नें।
🙏 हम शासक कौम के थे हमें शोषित किसने बनाया-?
बटोगे तो कटोगे की विचारधारा वाले लोंगों ने
🙏विश्वगुरु तथागत गौतम बुद्ध को बुद्धू किसने बनाया?
बटोगे तो कटोगे की विचारधारा वाले लोंगो ने ।
🙏 बाबा साहब का अपमान किसने किया-?
बटोगे तो कटोगे की विचारधारा वाले लोंगों ने।
🙏 संत रविदास की हत्या किसने की ?
बटोगे तो कटोगे की विचारधारा वाले लोंगों ने।
🙏 क्षत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक के समय ब्राम्हणों के सबसे नीच ब्राम्हण ने दाहिने पैर के अंगूठे से राजतिलक किया क्योंकि वह शुद्र थे यह घृणित कार्य किसने किया?
बटोगे तो कटोगे की विचारधारा वाले लोंगों ने।
🙏 हमें चरणामृत प्रथा में अपना पैर धुलवाकर पिलाना किसने किया-?
बटोगे तो कटोगे की विचारधारा वाले लोंगों ने ।
🙏 हमारे घर के भोज में
ब्राम्हण
👇
पक्की रसद (पूड़ी,सब्जी,खीर,दही,मीठा) खाता है।
पर अपने घर भोज में
हमे
कच्ची रशद
(चावल-दाल)खिलाया यह किसने किया-?
बटोगे तो कटोगे की विचारधारा वाले लोगो ने।
आज भी
🙏 हम अपने ही घरभोज (शादी,विवाह,पूजा,पाठ,आदि) में ब्राम्हण से पहले खा नहीँ सकते।
🙏 आज भी हम शादी-विवाह,गृह-प्रवेश बिना ब्राम्हण से पूछे कर नहीं सकते।
🙏 आज भी हम अपने घर
तेरहवीं(मृत्यु भोज में)*
भोजन
पहले भगवान खाएंगे
फिर
ब्राम्हण खाएंगे
फिर
कुत्ता,गाय,बैल खायेगा
फिर
हम खाएंगे
अर्थात
हमारी औकात
कुत्ता से भी बदतर है।
यह परम्परा किसने थोपी?
बटोगे तो कटोगे की विचारधारा वालों ने।
🙏 आज भी हमें,हमारे बाप-दादा को हमारे से बहुत छोटा उम्र का ब्राम्हण कभी भी नमस्कार नहीं करता क्यों?
यह परम्परा किसने कायम रखी?
बटोगे तो कटोगे की विचारधारा वाले लोंगों ने।
🙏 आज भी हम,हमारे बाप दादा 10 साल के ब्राम्हण को नमस्कार,पैर छूता है क्यों?
यह परम्परा किसने थोपी?बटोगे तो कटोगे की विचारधारा वाले लोंगों ने।
🙏 आज भी हमारे आरक्षण का विरोध कौन करता है-?
🙏 लैटरल इन्ट्री के नाम पर सैकड़ों IAS, सेकेट्री वाले पोस्टों पर बटोगे तो कटोगे वाले लोंगों ने कब्जा किया है।
🙏 सेना में 90 प्रतिशत युवा शुद्र समाज के होते हैं उन्हें 4 साल की सेवा कर देना और उसे20-25 साल तक कि नौकरी और पेंशन से वंचित करना यह काम किसने किया?
🙏 उत्तर प्रदेश के शिक्षित घोटाले में शूद्रों के हजारों पदों पर घोटाला किया।
यू पी एस सी की परीक्षा में शूद्रों के पदों के साथ घोटाला किया।
🙏 आज देश के सभी संस्थाओं में इनका कब्जा हो गया है।
बटोगे तो कटोगे की विचारधारा वाले लोंगों ने।
🦂
बटोगे तो कटोगे वाले लोंगों ने
सदियों से हमें
धर्म के नाम पर
भ्रम भय पाखंड के द्वारा
हमारा
शोषण,अपमान किया
हमे जिल्लत की जिंदगी जीने पर मजबूर किया।
हमें मल साफ करने पर मजबूर किया।
हमें चमड़ा छिलने पर मजबूर किया।
हमे सब्जी-बैगन बोने पर मजबूर किया।
हमे पशु चराने पर मजबूर किया।
हमें पल पल हर जगह जिल्लत की जिंदगी जीने पर मजबूर किया ।
किसने?
वही जो आज कह रहे हैं कि
बटोगे तो कटोगे।
👇
याद रखना
सनातन धर्म मे धर्मगुरु सिर्फ ब्राम्हण ही बन सकता है।
मगर
शुद्र नहीँ
🦂
इन्होंने
हमारे बहुजन महापुरुषों- विश्वगुरु तथागत गौतम
*बुद्ध,
सम्राट अशोक
,संत रविदास
,महात्मा फुले
,छत्रपति साहूजी महाराज,
बाबा साहब
भीमराव अंबेडकर
,संत गाडगे
,विरसा मुंडा,
अमर शहीद जगदेव प्रसाद,
रामस्वरूप वर्मा
रामस्वामी नायकर पेरियार
ललई सिंह यादव
मान्यवर कांशीराम
के विचारों को नास्ताबूत किया है। जिन्होंने सभी शूद्रों महिलाओं के सम्मान, स्वाभिमान ,समता ,समानता, मानवता के लिए संघर्ष किया और शाहिद हुए।
आज हम
इनके विचारधारा से एक होने लगे तो इन्हें परेशानी होने लगी।
इनका
वोट प्रतिशत गिरने लगा।
इनकी लोकसभा में सीटे कम होने लगीं।
ये अयोध्या हार गए
ये बद्रीनाथ हार गए
तब
ये नारा निकला
बटोगे तो कटोगे
*ये नहीं चाहते×
कि
*मुलायम सिंह यादव*
शरद यादव
मान्यवर कांशीराम
की
विचारधारा जिन्दा रहे।
यह नहीं चाहते कि
बहुजनवादी,समाजवादी,धर्मनिरपेक्ष विचाधारा के लोग
बहन मायावती
लालू यादव
अखिलेश यादव
तेजस्वी यादव
बाबू सिंह कुशवाहा
स्टॅलिन
आदिबहुजन विचारधारा के लोग राजसत्ता
पर
काबिज हों।
🦂
ये नहीं चाहते कि
हमारे बच्चे पढ़े-लिखें और आगे बढ़े।
फिर
इनकी
साजिश
प्रारम्भ होती है
🦂
कहीं पर निगाहें
कहीं पर निशाना
ये
निशाना लगाते हैं मुसलमान पर
और
मौत होती है शूद्रों,बहुजनों की
🦂
*आज भी यही लोग जो यह कह रहे हैं कि
*बटोगे तो कटोगे*
वही लोग
हमें,हमारे, परिवार,
समाज को नीच,अशिक्षित,
गुलाम,
तिरस्कृत,बहिस्कृरित,अछूत,बनाये रखे हैं?*
वही जो आज कहते हैं कि
बटोगे तो कटोगे
🦂
ये वही लोग हैं
जो
भारत के प्रथम राष्ट्रपति
मा.राजेन्द्र प्रसाद जी
को राष्ट्रपति बनने के बाद
काशी के पंडितों
नें
अपना पैर धुलवाया था
🦂
ये वही लोग हैं जो
जगजीवन राम द्वारा
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय
वाराणासी
में
पंडित गोबिन्द बल्लभ पन्त
की मूर्ति के अनावरण
के बाद उसे गंगा जल से धुलवाया था।
क्योंकि
एक अछूत ने अनावरण किया है।
ये वही लोग हैं
जो
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री
मा.अखिलेश यादव जी
के द्वारा
अपना मुख्यमंत्री निवास खाली के बाद
मा मुख्यमंत्री योगी जी ने उसे गंगाजल से धुलवाया था।
क्योंकि
उसमें शुद्र रहता था।
🦂
ये वही लोग हैं जो
भारत के पूर्व राष्ट्रपति
मा.रामनाथ कोविंद जी को
पुष्कर मंदिर के बाहर सीढ़ियों पर ही पूजा अर्चना करवाये थे
क्यों कि वे शुद्र थे।
🦂
ये वही लोग हैं जो
नए संसद भवन के उद्घाटन में
मा राष्ट्रपति मुर्मू जी को नहीं
बुलवाये थे
क्योंकि वह अछूत थीं।
ऐसे सैकड़ों उदाहरण मिलेंगें।
🦂
याद रखना
बाबा साहब द्वारा रचित
भारत का संविधान
के
कारण
हम जिंदा है।
और
हमारा स्वाभिमान जिंदा है।
आज पुनः
बटोगे तो कटोगे
की
विचारधारा वाले लोग
👇
संविधान बदलना चाहते हैं।
👇
हिन्दू राष्ट्र बनाना चाहते हैं
क्यों?
हिन्दू राष्ट्र बनेगा तो
पुनः
मनुस्मृति के द्वारा।
मनु का संविधान लागू होगा
मनु स्मृति लागू होगी
तो
शुद्र
न तो
पी एम बनेगा
न सी एम बनेगा
न मंत्री बनेगा
न डी एम बनेगा
न डॉक्टर बनेगा
न इंजीनियर बनेगा
न शिक्षक बनेगा
न प्रोफेसर बनेगा
न–???????????????
फिर
न धर्म सत्ता
न राज सत्ता
न धन सत्ता
न नौकरशाही
(प्रशासन-नौकरी)
आपके पास होगी
🙏
अतः
बार बार
मनुस्मृति,भृगुसंहिता,
गौतमधर्मसूत्र,रामचरित मानस आदि धर्मग्रंथों का विधिवत तार्किक तौर पर अध्ययन करें
और
बौद्ध धम्म
भारत का संविधान
जाति का विनाश
गुलामगिरी
बालू की रेत पर खड़ा हिंदू धर्म जैसी किताबों का भी अध्धयन करें
तथा
बहुजन महापुरुषों,विद्वानों के किताबों का भी अध्ययन कर लें।
साजिश को जानें
उनसे सतर्क रहें
🙏
जागते रहें,जागते रहें
लोंगों को बताते रहें।
🙏
तय आपको करना है।
👇
आने वाली पीढ़ी
👇
गुलाम बने
मजबूर बने
मजदूर बने
जिल्लत की जिंदगी जिये।
या
शेर बने
बाज बने
🙏🏼🌞🇮🇳🌞🙏🏼
नमों बुद्धाय
जय भीम-जय भारत
🙏🏼🌞🇮🇳🌞🙏🏼

संपूर्ण महाराष्ट्रातील घडामोडी व ताज्या बातम्या तसेच जॉब्स/शैक्षणिक/ चालू घडामोडीवरील वैचारिक लेख त्वरित जाणून घेण्यासाठी आमच्या व्हाट्सअँप चॅनलला Free जॉईन होण्यासाठी या लिंकला क्लीक करा

तसेच खालील वेबसाईटवर Click करा
दैनिक जागृत भारत

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: कृपया बातमी share करा Copy नको !!