जब सबको आरक्षण साथ-साथ मिला तो भंगी आरक्षण से वंचित कैसे
जब सबको आरक्षण साथ-साथ मिला तो भंगी आरक्षण से वंचित कैसे हुआ आओ जरा इस पर भी विश्लेषण कर लें।
मित्रों आज केन्द्र सहित तमाम प्रदेशों में भाजपा की सरकारें हैं,जब कहीं कोई भर्ती होती है तो ज्यादातर भाजपा समर्थित लोग हो जा रहे हैं और विपक्ष भी हो-हल्ला करता है की सरकार ने भर्ती में निष्पक्षता नहीं बरती है।
इससे पूर्व सपा की जब उत्तर प्रदेश में सरकार थी तब यादवों को सरकारी नौकरियों में सर्वाधिक लाभ मिला यह मैं नहीं कह रहा, ज्यादातर विपक्षी लोग कहा करते थे।
बसपा की चार बार उत्तर प्रदेश की सरकारों में बसपा नेत्री मायावती जी पर भी अपने स्वजातियो को नौकरी आदि जगहों पर आगे बढ़ने का मौका मिला।
वह तो सचिवालयों में सचिव-जिलों में डीएम-एसपी-थानों में थानेदारों तक की तैनाती करने में सबसे अधिक प्राथमिकता अपने स्वजातियो को दिया।
और तो और बसपा जैसे राजनैतिक संगठन में भी ऊपर से लेकर बूथ स्तर तक की जिम्मेदारी स्वजातियो को दिया।
इसी को कहते हैं राजनैतिक संरक्षण और जातिवाद! आरक्षण के साथ जिसे राजनैतिक संरक्षण और नौकरशाह अफसर का आशीर्वाद मिलता है, वही कौम नौकरी ही नहीं हर क्षेत्र में आगे बढ़ती है।
भंगी सहित अन्य छत्तीस वंचित दलित जातियों को आरक्षण तो मिला लेकिन राजनैतिक संरक्षण और नौकरशाह अफसर का आशीर्वाद नहीं मिला तभी यह पिछड़ गये हैं।
सुप्रीमकोर्ट ने अनुसूचित जाति के आरक्षण में वंचित दलित जातियों के उत्थान करने के लिए जो फैसला सुनाया है, वह सराहनीय है।
जिसे लागू कराने के लिए हम वंचित दलित जातियां भारत सरकार एवं राज्य सरकारों से मांग करेंगे।
वहीं वंचित दलित जातियों के हक में बसपा द्वारा भारत बंद का जो आह्वान किया गया है उसका खुलकर विरोध करेंगे।
…….बौद्धाचार्य अर्थदर्सी भंगी राजतिलक
राष्ट्रीय संचालक
अखिल भारतीय भंगी महासभा
पूर्व उपाध्यक्ष
नगर पालिका परिषद फतेहपुर उ. प्र.
मोबाइल नम्बर-9454390530
ह्वाटसप नम्बर-7565969900
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दैनिक जागृत भारत