माननीय नामदार श्री राहुल गांधीजी जबाव दो!
आपने जनरल इलेक्शन मे (लोकसभा) संविधान बचाने के लिए वोट मांगे थे. आपके किये कई सिव्हिल सोसायटी तथा स्वतंत्र कहलाने वाले लोगों ने व्होट मांगे. इन लोगों ने यहां तक कह डाला कि दलित बसपा को व्होट ना दे, क्युं कि भाजपा जीत जायेगी. मुस्लिम मीम को व्होट ना दे क्युं कि भाजपा जीत जायेगी.
याने कि दलित और मुस्लिम अपने बिरादरी के नेता को व्होट ना देकर आपको दे, ताकि आप संविधान बचा सके.
आपने दलितों से व्होट मांगे और उन्होंने संविधान बचाने हेतू व्होट दिये.
क्या आपने व्होट मांगते वख्त उनकोयह कहा था कि इस वक्त सुप्रीम कोर्ट मे एससी रिझर्व्हेशन मे पार्टीशन / क्लासिफिकेशन का मामला चल रहा है. अगर इसका फैसला क्लासिफिकेशन के फेवर मे आया तो हम इसे लागू करेंगे ?
अगर नही कहा था तो क्या फैसला आने के बाद दलितों से पूछा कि क्या करना चाहिये ? आप किस सिव्हिल सोसायटी कि बात कर रहे है ?
आपने बाबासाहब का नाम लेकर व्होट मांगा.
बाबासाहब ने पहली अमेंडमेंट के तहत एससी एसटी आरक्षण को सुप्रीम कोर्टही नही, न्यायव्यवस्था के हस्तक्षेप के बाहर रखा था. नाईन्थ टेबल मे जो मुद्दे है उन्हें संविधान का सुरक्षा नवच है.
तो न्यायपालिका द्वारा संविधान पर जो आक्रमण हुआ वह आपने होने दिया यह हम लोगों के साथ धोखेबाजी नही है क्या ?
आरक्षण मे क्लासिफिकेशन क्यु नही है इसका बाबासाहब ने विश्लेषण किया है. आप तो बाबासाहब का नाम लेके व्होट मांगते हो, उनकी बात नही मानेंगे क्या ? उनका तर्क अगर आपको पसंद नही है तो उनका नाम इस्तेमाल ना करे.
यह हमारे साथ धोखेबाजी है.
आपका काम था कि राजीव गांधीजी ने जिस तरह से शाहबानो केस मे न्यायपालिका का फैसला पलटा था उसी तरह आप संसद मे हंगामा करते. बिल रखते. अगर बिल रखते तो न्यायपालिका का निर्णय संविधानिक है कि नही इसका पता चल जाता.
आपके लिये व्होट मांगने वाले योगेंद्र यादव, भारत जोडो आंदोलन के सहकारी, निर्भय बनो के वागले, चौधरी और सरोदे तथा अन्य ८० लोगों ने वंचित बहुजन आघाडी और बसपा को व्होट ना देकर कॉंग्रेस को व्होट देने के लिये कहा था.
तो अब जिम्मेदारी किस की बनती है ?
महाराष्ट्र से पिछले तीन चुनावों मे १ ही एमपी चुनकर जा सका है. इस बार अनुसूचित जाती के सबसे बडे हिस्से याने महार तथा बौद्धों के वोट पर आप ३१ एमपी संसद मे देख सके. उत्तर प्रदेश मे जाटव और चमारो ने इंडीया अलायन्स को व्होट किया. वहा से आप को ४४ एम्पी मिले.
याने कि सिर्फ दो स्टेट्स से अनुसूचित जाती के बडे तबके ने आपको ७५ एमपीज दिये.
तो हम अब आपके द्वारा की गई धोखेबाजी का जवाब आपसे मांगे या डोनाल्ड ट्रंपसे मांगे या किम जोंग से मांगे ?
हमने जिस भाजपा को व्होटही नही किया उससे मांगे ?
और आप इस बात पर मुंह खोलने को तैयार ही नही हो.
जवाब दो राहुल गांधी.
डेमोक्रसी मे आप कि जवाबदेही बनती है.
क्या इस चुनाव के बाद आप महाराष्ट्र मे भी क्लासिफिकेशन लागू करने वाले हो ?
आपने अभी तक यह स्पष्ट नही किया ?
क्या फिर से हमारे साथ धोखा होने वाला है ?
क्या हमारे साथ जो धोखा हुआ है उसकि भरपाई आप करने वाले हो ?
जबाव दो राहुलजी.
आप खुद जवाब दो.
महिलाओं के पीछे छिपकर अनुसूचित जाती जनजाती को गाली देना आपके पार्टी को शोभा देता है क्या ?
आपके जवाब कि प्रतिक्षा है.
From : Prakash Kale
A/P Ambedkar Nagar, Akluj
Tal -Malsiras Dist -Solapur
Maharashtra. Pin -413101
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