
भगवान बुद्ध के सधम्म के 84000 धम्मस्कंध है l जिसमे से 82000 धम्म उपदेश भगवान ने विभिन्न अवसर पर स्वयं दिये l और 2000 धम्मस्कंध भगवान बुद्ध जी के श्रावक संघ ने दिये है l
84000 धम्मस्कंध कों अध्ययन के दृष्टी से तीन भागो मे विभाजीत किया जाता है l
- विनय पिटक – 21000 धम्मस्कंध
- सुत्त पिटक – 21000 धम्मस्कंध
- अभिधम्म पिटक – 42000 धम्म स्कंध
विनय पिटक के 5 ग्रंथ है l
- पाराजिक
- पाचित्तीय
- महावग्ग
- चुल्लवग्ग
- परिवार
2) सूत्तपिटक – के 5 निकाय है l
- दीघ निकाय,
- मज्झिम निकाय,
- संयुत्त निकाय,
- अंगुत्तर निकाय और
- खुद्दक निकाय।
खुद्दक निकाय कों 15 ग्रंथो मे विभाजीत किया है l
- खुद्दक पाठ
- धम्मपद
- उदान
- इतिवुत्तक
- सुत्तनिपात
- विमानवत्थु
- पेतवत्थु
- थेरगाथा
- थेरीगाथा
- जातक
- निद्देस
- पटिसंभिदामग्ग
- अपदान
- बुद्धवंस
- चरियापिटक
3) अभिधम्म पिटक – के कुल 7 ग्रंथ है l
- धम्मसंगिणि
- विभंग
- धातुकथा
- पुग्गलपञ्ञति
- कथावत्थु
- यमक
- पट्ठान
तथागत सम्यक संबुद्ध कीं इस संपूर्ण शिक्षा कों ही बुद्धशासन करते है l
एकायन – The Noble Path की ओर से
भिक्खुणी अभिञ्ञा
🌺🌺🌺🌺🌺
संपूर्ण महाराष्ट्रातील घडामोडी व ताज्या बातम्या तसेच जॉब्स/शैक्षणिक/ चालू घडामोडीवरील वैचारिक लेख त्वरित जाणून घेण्यासाठी आमच्या व्हाट्सअँप चॅनलला Free जॉईन होण्यासाठी या लिंकला क्लीक करा

तसेच खालील वेबसाईटवर Click करा
दैनिक जागृत भारत