कांदिवलीच्या शाळा व्यवस्थापकांनी नियमबाह्य शुल्कातून गोळा केली शेकडो कोटींची काळी माया

अवास्तव शुल्क लाटणाऱ्या शाळेच्या विरोधात एफआयआर घेण्यास टाळाटाळ
शाळेचे मॅनेजमेंट, शालेय शिक्षण विभाग व पोलीस स्थानकाचे आर्थिक संबंध असल्याचा आरोप
उन्मेष गुजराथी
स्प्राऊट्स Exclusive
कांदिवलीतील वादग्रस्त शाळेच्या व्यवस्थापकांनी वर्षानुवर्षे शेकडो विद्यार्थ्यांकडून नियमबाह्य पद्धतीने शुल्क लाटले व त्या माध्यमातून शेकडो कोटी रुपयांची काळी माया गोळा केली, अशी धक्कादायक माहिती ‘स्प्राऊट्स’च्या स्पेशल इन्व्हेस्टीगेशन टीमला माहिती अधिकारातून प्राप्त झालेल्या कागदपत्रांतून मिळालेली आहे.
विद्यार्थ्यांकडून अवास्तव शुल्क लाटणाऱ्या कांदिवलीतील वादग्रस्त शाळेवर एफआयआर दाखल करण्याचे आदेश शालेय शिक्षण विभागाने दिले आहेत, मात्र शाळेच्या मॅनेजमेंटचे शिक्षण निरीक्षक व पोलीस स्टेशन यांच्याशी आर्थिक संबंध आहेत, त्यामुळे अद्याप शाळेवर कारवाई होत नाही, अशी माहिती ‘स्प्राऊट्स’च्या स्पेशल इन्व्हेस्टीगेशन टीमच्या हाती आलेली आहे.
मुंबईतील कांदिवलीच्या (पश्चिम) महावीर नगर येथे कपोल विद्यानिधी इंटरनॅशनल स्कूल (KVIS ) आहे. या शाळेमध्ये वर्षानुवर्षे नियमबाह्य पद्धतीने शुल्क घेतली जात होते व या माध्यमातून विद्यार्थी व पालकांची मोठया प्रमाणात लूट केली जात होती. याविरोधात २०२१ मध्ये पालक विपुल शाह यांच्यासह असंख्य पालक एकत्र आले व त्यांनी बृहन्मुंबई विभागातील शिक्षण निरीक्षक व उपसंचालक (शालेय शिक्षण विभाग) संदीप संगवे (Sandeep Sangve) यांच्याकडे असंख्य तक्रारी केल्या होत्या.
पालकांच्या या तक्रारींची पडताळणी करून त्याआधारे २६ मे २०२२ मध्ये निरीक्षण अहवाल (Inspection Report) तयार करण्यात आला. या रिपोर्टमध्ये शाळेच्या नियमबाह्य बाबींवर बोट ठेवण्यात आलेले होते, मात्र तरीही प्रत्यक्षात शाळेवर कोणत्याही प्रकारे कारवाई करण्याचे आदेश देण्यात आले नव्हते. त्यामुळे पालकांनी उच्च न्यायालयात धाव घेतली व त्यासंबंधीचा रिपोर्ट न्यायालयात सादर (admit) केला होता.
शाह व त्यांच्यासह इतर असंख्य पालकांनी शालेय शिक्षण विभागाकडेही यासंबंधीच्या तक्रारींविषयी सातत्याने पाठपुरावा केला होता. अखेर उपसंचालक डेप्युटी संगवे यांनी शिक्षण निरीक्षकांना शाळेवर ‘महाराष्ट्र शैक्षणिक संस्था (कॅपिटेशन फी घेण्यास प्रतिबंध) अधिनियम १९८७- The Maharashtra Educational Institutions (Prohibition of Capitation Fee) Act 1987’ कारवाई करण्यास सांगितले. त्याप्रमाणे २७ मे २०२४ रोजी शिक्षण निरीक्षकांनी कांदिवली पोलीस स्थानकाला तक्रार दाखल करण्याचे आदेश दिले.
शाळेच्या मॅनेजमेंटचे स्थानिक कांदिवली पोलीस स्टेशनशी आर्थिक संबंध आहेत व त्यामुळेच या आदेशाला केराची टोपली दाखवली जाते व अद्याप एफआयआर दाखल केला जात नाही, अशी माहिती ‘स्प्राऊट्स’च्या टीमला मिळालेली आहे. त्यामुळे पालकांमध्ये संतापाची लाट उसळलेली आहे.
पालकांचा उपोषणाचा इशारा:
पीडित पालकांनी २ जानेवारी रोजी बृहन्मुबई पश्चिम विभागाच्या शिक्षण निरीक्षकांच्या कार्यालयाच्या बाहेर उपोषण करण्याचा इशाराही दिलेला आहे. याप्रकरणी शिक्षण निरीक्षक केवळ कारवाईचा देखावा करत आहेत व त्यातून ते वेळकाढूपणाचे धोरण अवलंबत आहे, असा आरोपही शाह व त्यांच्यासह इतर पालकांनी ‘स्प्राऊट्स’शी बोलताना केला आहे. यासंबंधी शाळेच्या चेअरपर्सन अलका व्होरा (Alka Vora), शिक्षण व निरीक्षक संजय जावीर (Sanjay Javir) यांना सातत्याने संपर्क साधला असता, तो होऊ शकला नाही.
शाळेच्या मॅनेजमेंटने विद्यार्थ्यांकडून अवास्तव व नियमबाह्य पद्धतीने शुल्क लाटले आहे व त्यातून कोट्यवधी रुपयांची काळी माया गोळा केलेली आहे, या सर्वांची सखोल चौकशी करण्यात यावी, अशी तक्रारही शाह व इतर पालकांनी धर्मदाय आयुक्त व शालेय शिक्षण मंत्री दादा भुसे यांच्याकडे केली आहे.
Unmesh Gujarathi
Editor in Chief
sproutsnews.com
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Contact No.: 9322 755098
कांदिवली के स्कूल मैनेजमेंट ने अवैध शुल्क से जुटाए सैकड़ों करोड़ रुपए
अत्यधिक शुल्क वसूलने वाले स्कूल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने में टालमटोल
स्कूल मैनेजमेंट, शैक्षिक विभाग और पुलिस स्टेशन के बीच वित्तीय संबंध होने का आरोप
उन्मेष गुजराथी
स्प्राउट्स Exclusive
कांदिवली के विवादास्पद स्कूल के मैनेजमेंट ने वर्षों तक सैकड़ों छात्रों से अवैध तरीके से शुल्क वसूलकर सैकड़ों करोड़ की काली कमाई जमा की है। यह चौंकाने वाली जानकारी स्प्राउट्स की विशेष जांच टीम को सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत प्राप्त दस्तावेजों से मिली है।
शिक्षा विभाग ने अत्यधिक शुल्क वसूलने वाले इस स्कूल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। लेकिन स्कूल के मैनेजमेंट के शिक्षा निरीक्षक और पुलिस स्टेशन से आर्थिक संबंध होने के चलते अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। यह जानकारी स्प्राउट्स की टीम के पास आई है।
मामले का विवरण
मुंबई के कांदिवली (पश्चिम) स्थित महावीर नगर में कपोल विद्यानिधि इंटरनेशनल स्कूल (KVIS) है। इस स्कूल ने वर्षों से अवैध तरीके से छात्रों से शुल्क वसूलकर अभिभावकों का शोषण किया। 2021 में, विपुल शाह और कई अन्य अभिभावकों ने इस मुद्दे पर पश्चिमी मुंबई के शिक्षा निरीक्षक और शैक्षिक उपसंचालक संदीप संगवे (Sandeep Sangve) के पास कई शिकायतें दर्ज कराई थीं।
इन शिकायतों के आधार पर 26 मई 2022 को एक निरीक्षण रिपोर्ट तैयार की गई। इस रिपोर्ट में स्कूल की अवैध गतिविधियों को उजागर किया गया, लेकिन इसके बावजूद स्कूल के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई के आदेश जारी नहीं हुए। परिणामस्वरूप, अभिभावकों ने उच्च न्यायालय का रुख किया और रिपोर्ट को अदालत में पेश किया। मामला अभी न्यायालय के विचाराधीन है।
शिकायतों पर कार्रवाई में देरी
अभिभावकों ने लगातार शिक्षा विभाग के समक्ष अपनी शिकायतों का फॉलो-अप किया। अंततः उपसंचालक संगवे ने शिक्षा निरीक्षक को महाराष्ट्र शैक्षणिक संस्था (कैपिटेशन फीस निषेध) अधिनियम, 1987 के तहत कार्रवाई के आदेश दिए। इस आदेश के तहत 27 मई 2024 को शिक्षा निरीक्षक ने कांदिवली पुलिस स्टेशन को शिकायत दर्ज करने के निर्देश दिए।
हालांकि, स्कूल मैनेजमेंट के कांदिवली पुलिस स्टेशन के साथ कथित आर्थिक संबंधों के कारण इन आदेशों को अनदेखा किया गया और अब तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई। इस देरी से अभिभावकों में आक्रोश बढ़ रहा है।
अभिभावकों का अनशन की चेतावनी
पीड़ित अभिभावकों ने 2 जनवरी को बृहन्मुंबई पश्चिमी क्षेत्र के शिक्षा निरीक्षक के कार्यालय के बाहर अनशन करने की चेतावनी दी है। अभिभावकों ने आरोप लगाया कि शिक्षा निरीक्षक केवल दिखावे की कार्रवाई कर रहे हैं और जानबूझकर देरी कर रहे हैं।
इस संबंध में स्कूल की चेयरपर्सन अलका वोरा (Alka Vora) और शिक्षा निरीक्षक संजय जावीर (Sanjay Javir) से संपर्क करने के कई प्रयास किए गए, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।
गहराई से जांच की मांग
शाह और अन्य अभिभावकों ने धर्मार्थ आयुक्त और शैक्षिक मंत्री दादा भुसे से मामले की विस्तृत जांच की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि स्कूल प्रबंधन ने अवैध और अत्यधिक शुल्क वसूलकर करोड़ों की काली कमाई की है। अभिभावक दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
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School Management in Kandivali Allegedly Amasses Illicit Wealth Through Unauthorized Fees
Delay in Filing FIR Against the School Despite Orders
Allegations of Financial Nexus Between School Management, Education Department, and Police Station
Unmesh Gujarathi
Sprouts Exclusive
In a shocking revelation, the special investigation team of Sprouts has uncovered documents obtained through the Right to Information (RTI) Act, revealing that the management of a controversial school in Kandivali has been collecting unauthorized fees from hundreds of students for years. This has allegedly resulted in accumulating illicit wealth amounting to hundreds of crores.
Despite the School Education Department issuing orders to file an FIR against the school for charging exorbitant fees, no action has been taken. The Sprouts investigation suggests a financial nexus between the school’s management, education inspectors, and the local police station, leading to a lack of enforcement against the school.
The Case in Detail
Kapol Vidyanidhi International School (KVIS) in Mahavir Nagar, Kandivali (West), has reportedly been collecting fees that have been violating regulations for years. This practice has resulted in massive financial exploitation of students and their parents. In 2021, aggrieved parents, including Vipul Shah, raised multiple complaints with Sandeep Sangve, Deputy Director of the School Education Department for the Mumbai region as well as Education Inspector (West Zone)
Following a thorough investigation, an inspection report dated May 26, 2022, highlighted several irregularities within the school. However, no concrete action was taken against the school management, prompting parents to approach the High Court, where they submitted the report as evidence.
Escalation of Complaints and Delayed Action
Parents, led by Shah, continued to press their complaints with the School Education Department. Ultimately, Deputy Director Sangve instructed the education inspector to act under the Maharashtra Educational Institutions (Prohibition of Capitation Fee) Act, 1987. Accordingly, on May 27, 2024, the education inspector directed Kandivali Police Station to file a complaint.
However, sources indicate that the school management has close financial ties with the local police station, resulting in the non-registration of an FIR to date. This inaction has sparked outrage among parents.
Parents Threaten Hunger Strike
Frustrated by the inaction, parents announced a hunger strike outside the office of the Education Inspector of Mumbai’s western division on January 2. Vipul Shah and other parents accused the education inspector of employing delaying tactics while pretending to take action.
Repeated attempts to contact the school’s chairperson, Alka Vora, and education inspector Sanjay Javir for comments have been unsuccessful.
Demand for Investigation
The parents have filed complaints with the Charity Commissioner and School Education Minister Dada Bhuse, demanding a thorough investigation into the alleged misappropriation of funds by the school management. They insist on strict action against those responsible for amassing crores of illicit wealth through unauthorized and excessive fees.
The situation remains tense as parents await justice, and the lack of accountability fuels further resentment.
Unmesh Gujarathi
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कांदिवलीच्या शाळा व्यवस्थापकांनी नियमबाह्य शुल्कातून गोळा केली शेकडो कोटींची काळी माया
अवास्तव शुल्क लाटणाऱ्या शाळेच्या विरोधात एफआयआर घेण्यास टाळाटाळ
शाळेचे मॅनेजमेंट, शालेय शिक्षण विभाग व पोलीस स्थानकाचे आर्थिक संबंध असल्याचा आरोप
उन्मेष गुजराथी
स्प्राऊट्स Exclusive
कांदिवलीतील वादग्रस्त शाळेच्या व्यवस्थापकांनी वर्षानुवर्षे शेकडो विद्यार्थ्यांकडून नियमबाह्य पद्धतीने शुल्क लाटले व त्या माध्यमातून शेकडो कोटी रुपयांची काळी माया गोळा केली, अशी धक्कादायक माहिती ‘स्प्राऊट्स’च्या स्पेशल इन्व्हेस्टीगेशन टीमला माहिती अधिकारातून प्राप्त झालेल्या कागदपत्रांतून मिळालेली आहे.
विद्यार्थ्यांकडून अवास्तव शुल्क लाटणाऱ्या कांदिवलीतील वादग्रस्त शाळेवर एफआयआर दाखल करण्याचे आदेश शालेय शिक्षण विभागाने दिले आहेत, मात्र शाळेच्या मॅनेजमेंटचे शिक्षण निरीक्षक व पोलीस स्टेशन यांच्याशी आर्थिक संबंध आहेत, त्यामुळे अद्याप शाळेवर कारवाई होत नाही, अशी माहिती ‘स्प्राऊट्स’च्या स्पेशल इन्व्हेस्टीगेशन टीमच्या हाती आलेली आहे.
मुंबईतील कांदिवलीच्या (पश्चिम) महावीर नगर येथे कपोल विद्यानिधी इंटरनॅशनल स्कूल (KVIS ) आहे. या शाळेमध्ये वर्षानुवर्षे नियमबाह्य पद्धतीने शुल्क घेतली जात होते व या माध्यमातून विद्यार्थी व पालकांची मोठया प्रमाणात लूट केली जात होती. याविरोधात २०२१ मध्ये पालक विपुल शाह यांच्यासह असंख्य पालक एकत्र आले व त्यांनी बृहन्मुंबई विभागातील शिक्षण निरीक्षक व उपसंचालक (शालेय शिक्षण विभाग) संदीप संगवे (Sandeep Sangve) यांच्याकडे असंख्य तक्रारी केल्या होत्या.
पालकांच्या या तक्रारींची पडताळणी करून त्याआधारे २६ मे २०२२ मध्ये निरीक्षण अहवाल (Inspection Report) तयार करण्यात आला. या रिपोर्टमध्ये शाळेच्या नियमबाह्य बाबींवर बोट ठेवण्यात आलेले होते, मात्र तरीही प्रत्यक्षात शाळेवर कोणत्याही प्रकारे कारवाई करण्याचे आदेश देण्यात आले नव्हते. त्यामुळे पालकांनी उच्च न्यायालयात धाव घेतली व त्यासंबंधीचा रिपोर्ट न्यायालयात सादर (admit) केला होता.
शाह व त्यांच्यासह इतर असंख्य पालकांनी शालेय शिक्षण विभागाकडेही यासंबंधीच्या तक्रारींविषयी सातत्याने पाठपुरावा केला होता. अखेर उपसंचालक डेप्युटी संगवे यांनी शिक्षण निरीक्षकांना शाळेवर ‘महाराष्ट्र शैक्षणिक संस्था (कॅपिटेशन फी घेण्यास प्रतिबंध) अधिनियम १९८७- The Maharashtra Educational Institutions (Prohibition of Capitation Fee) Act 1987’ कारवाई करण्यास सांगितले. त्याप्रमाणे २७ मे २०२४ रोजी शिक्षण निरीक्षकांनी कांदिवली पोलीस स्थानकाला तक्रार दाखल करण्याचे आदेश दिले.
शाळेच्या मॅनेजमेंटचे स्थानिक कांदिवली पोलीस स्टेशनशी आर्थिक संबंध आहेत व त्यामुळेच या आदेशाला केराची टोपली दाखवली जाते व अद्याप एफआयआर दाखल केला जात नाही, अशी माहिती ‘स्प्राऊट्स’च्या टीमला मिळालेली आहे. त्यामुळे पालकांमध्ये संतापाची लाट उसळलेली आहे.
पालकांचा उपोषणाचा इशारा:
पीडित पालकांनी २ जानेवारी रोजी बृहन्मुबई पश्चिम विभागाच्या शिक्षण निरीक्षकांच्या कार्यालयाच्या बाहेर उपोषण करण्याचा इशाराही दिलेला आहे. याप्रकरणी शिक्षण निरीक्षक केवळ कारवाईचा देखावा करत आहेत व त्यातून ते वेळकाढूपणाचे धोरण अवलंबत आहे, असा आरोपही शाह व त्यांच्यासह इतर पालकांनी ‘स्प्राऊट्स’शी बोलताना केला आहे. यासंबंधी शाळेच्या चेअरपर्सन अलका व्होरा (Alka Vora), शिक्षण व निरीक्षक संजय जावीर (Sanjay Javir) यांना सातत्याने संपर्क साधला असता, तो होऊ शकला नाही.
शाळेच्या मॅनेजमेंटने विद्यार्थ्यांकडून अवास्तव व नियमबाह्य पद्धतीने शुल्क लाटले आहे व त्यातून कोट्यवधी रुपयांची काळी माया गोळा केलेली आहे, या सर्वांची सखोल चौकशी करण्यात यावी, अशी तक्रारही शाह व इतर पालकांनी धर्मदाय आयुक्त व शालेय शिक्षण मंत्री दादा भुसे यांच्याकडे केली आहे.
Unmesh Gujarathi
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कांदिवली के स्कूल मैनेजमेंट ने अवैध शुल्क से जुटाए सैकड़ों करोड़ रुपए
अत्यधिक शुल्क वसूलने वाले स्कूल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने में टालमटोल
स्कूल मैनेजमेंट, शैक्षिक विभाग और पुलिस स्टेशन के बीच वित्तीय संबंध होने का आरोप
उन्मेष गुजराथी
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कांदिवली के विवादास्पद स्कूल के मैनेजमेंट ने वर्षों तक सैकड़ों छात्रों से अवैध तरीके से शुल्क वसूलकर सैकड़ों करोड़ की काली कमाई जमा की है। यह चौंकाने वाली जानकारी स्प्राउट्स की विशेष जांच टीम को सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत प्राप्त दस्तावेजों से मिली है।
शिक्षा विभाग ने अत्यधिक शुल्क वसूलने वाले इस स्कूल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। लेकिन स्कूल के मैनेजमेंट के शिक्षा निरीक्षक और पुलिस स्टेशन से आर्थिक संबंध होने के चलते अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। यह जानकारी स्प्राउट्स की टीम के पास आई है।
मामले का विवरण
मुंबई के कांदिवली (पश्चिम) स्थित महावीर नगर में कपोल विद्यानिधि इंटरनेशनल स्कूल (KVIS) है। इस स्कूल ने वर्षों से अवैध तरीके से छात्रों से शुल्क वसूलकर अभिभावकों का शोषण किया। 2021 में, विपुल शाह और कई अन्य अभिभावकों ने इस मुद्दे पर पश्चिमी मुंबई के शिक्षा निरीक्षक और शैक्षिक उपसंचालक संदीप संगवे (Sandeep Sangve) के पास कई शिकायतें दर्ज कराई थीं।
इन शिकायतों के आधार पर 26 मई 2022 को एक निरीक्षण रिपोर्ट तैयार की गई। इस रिपोर्ट में स्कूल की अवैध गतिविधियों को उजागर किया गया, लेकिन इसके बावजूद स्कूल के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई के आदेश जारी नहीं हुए। परिणामस्वरूप, अभिभावकों ने उच्च न्यायालय का रुख किया और रिपोर्ट को अदालत में पेश किया। मामला अभी न्यायालय के विचाराधीन है।
शिकायतों पर कार्रवाई में देरी
अभिभावकों ने लगातार शिक्षा विभाग के समक्ष अपनी शिकायतों का फॉलो-अप किया। अंततः उपसंचालक संगवे ने शिक्षा निरीक्षक को महाराष्ट्र शैक्षणिक संस्था (कैपिटेशन फीस निषेध) अधिनियम, 1987 के तहत कार्रवाई के आदेश दिए। इस आदेश के तहत 27 मई 2024 को शिक्षा निरीक्षक ने कांदिवली पुलिस स्टेशन को शिकायत दर्ज करने के निर्देश दिए।
हालांकि, स्कूल मैनेजमेंट के कांदिवली पुलिस स्टेशन के साथ कथित आर्थिक संबंधों के कारण इन आदेशों को अनदेखा किया गया और अब तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई। इस देरी से अभिभावकों में आक्रोश बढ़ रहा है।
अभिभावकों का अनशन की चेतावनी
पीड़ित अभिभावकों ने 2 जनवरी को बृहन्मुंबई पश्चिमी क्षेत्र के शिक्षा निरीक्षक के कार्यालय के बाहर अनशन करने की चेतावनी दी है। अभिभावकों ने आरोप लगाया कि शिक्षा निरीक्षक केवल दिखावे की कार्रवाई कर रहे हैं और जानबूझकर देरी कर रहे हैं।
इस संबंध में स्कूल की चेयरपर्सन अलका वोरा (Alka Vora) और शिक्षा निरीक्षक संजय जावीर (Sanjay Javir) से संपर्क करने के कई प्रयास किए गए, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।
गहराई से जांच की मांग
शाह और अन्य अभिभावकों ने धर्मार्थ आयुक्त और शैक्षिक मंत्री दादा भुसे से मामले की विस्तृत जांच की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि स्कूल प्रबंधन ने अवैध और अत्यधिक शुल्क वसूलकर करोड़ों की काली कमाई की है। अभिभावक दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
Unmesh Gujarathi
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