नीचे लिखे कुछ आसान से प्रश्न जो आपको सोचने को मजबूर करेंगे…

- हमें इंसान की तरह जीने का हक़ दिया किसने..??
A डॉ अम्बेडकर ने। B. श्री राम ने।
C श्री कृष्ण ने। D. किसी देवी-देवता ने। - हमें पढ़ने लिखने का हक़ किसने दिया..??
A डॉ अम्बेडकर ने। B. श्री राम ने।
C श्री कृष्ण ने। D. किसी देवी-देवता ने। - पढ़ाई के दरमियान स्कॉलरशिप किसने दिलवाई..??
A डॉ अम्बेडकर ने। B. श्री राम ने।
C श्री कृष्ण ने। D. किसी देवी-देवता ने। - सरकारी हॉस्टल में मुफ़्त रहने और खाने पीने की सुविधा किसने दिलवाई..??
A डॉ अम्बेडकर ने। B. श्री राम ने।
C श्री कृष्ण ने। D. किसी देवी-देवता ने। - पढ़ाई पूरी होने के बाद नौकरी, रोजगार पाने के लिए आरक्षण किसने दिया..??
A डॉ अम्बेडकर ने। B. श्री राम ने।
C श्री कृष्ण ने। D. किसी देवी-देवता ने। - नौकरी, रोजगार में प्रमोशन वगैरह का प्रबंध हमारे लोगों को संवैधानिक तौर पे ज्यादा है वो किसने दिया..??
A डॉ अम्बेडकर ने। B. श्री राम ने।
C श्री कृष्ण ने। D. किसी देवी-देवता ने। - धन कमाकर उसको अपनी मर्जी से खर्च करने का हक़ किसने दिया..??
A डॉ अम्बेडकर ने। B. श्री राम ने।
C भगवान कृष्ण ने। D. किसी देवी-देवता ने। - पूरी दुनिया में सर उठाकर जीने का हक़ किसने दिया..??
A डॉ अम्बेडकर ने। B. श्री राम ने।
C श्री कृष्ण ने। D. किसी देवी-देवता ने। - हम गुलाम से बदतर जीवन जी रहे थे, आज हम राजनीति में भाग लेकर राजा-नेता बन सकते हैं वो हक़ किसने दिया..??
A डॉ अम्बेडकर ने। B. श्री राम ने।
C श्री कृष्ण ने। D. किसी देवी-देवता ने। - हमारे ऊपर कोई भी जुल्म होता है तो हम अट्रोसिटी के तहत जुल्म करने वाले की औकात याद दिला सकते हैं ऐसा करने का हक़ किसने दिया..??
A डॉ अम्बेडकर ने। B. श्री राम ने।
C श्री कृष्ण ने। D. किसी देवी-देवता ने। - बहुजन समाज को सार्वजनिक तालाबो व कुओं पर पानी पीने का अधिकार किसने दिया…?
A डॉ अम्बेडकर ने। B. श्री राम ने।
C श्री कृष्ण ने। D. किसी देवी-देवता ने। - बहुजन समाज को सार्वजनिक मन्दिरो में जाने का अधिकार किसने दिया, और उसके बाद हम मंदिर में ही अपनी समस्या ढूंढने लग गए, उस महापुरुष के एहसानों को भूल ही गए ?
A डॉ अम्बेडकर ने। B. श्री राम ने।
C श्री कृष्ण ने। D. किसी देवी-देवता ने। - आज हमें सुख/समृद्धि हांसिल हुई तो ये जन्म सिद्ध मानवीय अधिकार किसने दिया?
A डॉ अम्बेडकर ने। B. श्री राम ने।
C श्री कृष्ण ने। D. किसी देवी-देवता ने।
अब आपके हिसाब से भी सारे सवालों का जवाब A है, तो आप एक जागरूक और अति तर्कशील व्यक्ति हैं।
यह तो सिर्फ *कुछ ही उपकार मैंने आपको गिनवाए हैं । ऐसे तो करोडो़ं उपकार हैं डॉ बाबा साहेब आंबेडकर के हमारे ऊपर …….
नही तो देश की आजादी से पहले और डॉ बाबासाहेब आंबेडकर के मानवीय अधिकारों हेतु किये गए संघर्ष से पहले भी हम जानवरों जैसा जीवन जीने के लिये मजबूर थे।
तो हमें अपनी तरक्की/समृद्धि और आज़ादी का श्रेय डॉ बाबासाहेब आंबेडकर को देना चाहिये कि नहीं।
फिर उन पत्थर की मूर्तियों, काल्पनिक देवी-देवताओंको *क्यों देते हैं ?
जिनकी कोई भूमिका ही नहीं है आपके विकास में। वो डॉ बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान और कायदों से पहले कहां गुम थे ?
जबकि हम ये जानते हैं कि ये पत्थर की मूर्तियां तो हम जैसे किसी इंसान ने ही बनाई है और ये एक व्यवसाय है, मन्दिर ब्राह्मणों की कमाने की दुकान है, धंधा है।
ये सभी चंदा आरएसएस ब्राम्हण मनुवादी के पास जमा होता हैं.
सोचो,समझो और विचार करो!!
और एकजूट होकर 85%समाज की सत्ता के लिये प्रतिज्ञा करो.
आपके लिये और आपके बच्चे के भविष्य के लिये आरएसएस की गुलामी छोड दो.
डॉ जयप्रकाश धोंगडे बोधी नागपुर 9421725648
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दैनिक जागृत भारत